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अजय कोठियाल का जीवन परिचय और यूथ फाउंडेशन

Ajay Kothiyal Biography in Hindi :- कर्नल अजय कोठियाल का जन्म 26 February 1969 को उत्तराखंड मे हुआ था। उनकी पढाई कही स्कूलों मे हुई, क्यूंकि उनके पापा भी आर्मी मे थे तो जहाँ उनका ट्रांसफर होता परिवार को भी वही जाना पड़ता था।

उन्हें बचपन से ही आर्मी में जाने का शौक था। उनका एक छोटा भाई भी है। उन्होंने अभी तक शादी नहीं की और जब भी उनको इस बारे मे पूछा जाता है तो वो इसका काफी अच्छा जवाब देते है।

कर्नल अजय कोठियाल 1992 में चौथी गढ़वाल में बतौर सैन्य अधिकारी शामिल हुए। सीमाओं की रक्षा में कर्नल अजय कोठियाल ने 7 आंतकियों को मार गिराया, और इस ओप्रशन मे उन्हें भी 2 गोलियां लगी. उनके इस साहस के लिए उन्हें कीर्ती चक्र, शौर्य चक्र, विशिष्ट सेवा मेडल दिया गया।

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1999 मे जब कारगिल की लड़ाई हुयी थी तो वे पहले टीम के कैप्टिन थे। वह भारत और नेपाल की कई चोटियों पर पर्वतारोही कर चुके हैं। 2013 मे जब केदारनाथ मे आपदा आयी थी तो उसके पुनर्निर्माण में इन्होने महत्वपूर्ण भूमिका थी।

यूथ फाउंडेशन की स्थापना Youth Foundation

जब 2013 में उनका ट्रांसफर उत्तरकाशी के नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) मे प्रधानाचार्य के रूप मे हुआ। कर्नल कोठियाल बताते हैं कि तब किसी गांव वाले ने उनसे अपने बच्चों को भी फौज में ले जाने की सिफारिश करने लगे।

कर्नल साहब को गाऊँ वालो ने कहा कि आपको तो इतना एक्सपीरयंस है तो आप हमारे लड़को को भी ट्रेनिंग दे सकते हो, उन्होंने सोचा कि क्यों न युवाओं को सैन्य प्रशिक्षण दिया जाए तब उन्होंने आसपास के क्षेत्रों से युवाओं को प्रशिक्षण देना शुरू किया। 

2013 में जब केदारनाथ में आपदा आयी तो वो वहा अपनी टीम के साथ राहत एवं बचाव कार्य में गये। वहां उन्हें कुछ ऐसे युवा मिले, जिन्होंने इस कार्य में काफी मदद किया। इन युवाओं के पास कोई रोजगार नहीं था। तब कर्नल साहब ने उन्ह बेरोजगार युवाओं को ट्रेनिंग देने का निश्चय किया। कुछ समय बाद भर्ती रैली हुई जिसमें अधिकांश सेना में भर्ती हो गए।

तब इससे उत्साहित होकर कर्नल कोठियाल ने इस कार्य को आगे बढ़ाने की सोची और यूथ फाउंडेशन ट्रस्ट की नींव रखी। आज प्रदेश के कई जिलों में पर ऐसे प्रशिक्षण कैंप खुले है जो युवाओं प्रशिक्षण देते है युवाओं का पूरा खर्चा फाउंडेशन ही वहन करता है। यहाँ पर युवाओं को  सैन्य ट्रेनिंग पारंपरिक तरीकों से दी जाती है। और लिखित परीक्षा की भी तैयारी कराई जाती है।

आजतक 20 हजार से भी ज्यादा युवाओं को ट्रेनिंग दी गयी है जिसमे से 12 हजार युवा सेना व अर्द्धसैनिक बलों में भर्ती हो चुके हैं। कैंप में लड़कियों को भी ट्रेनिंग दी जाती है।

अजय कोटियाल युवाओ को हमेशा सेना मे जाने के लिए प्रेरित करते रहते है शिविरों मे ट्रेनिंग देकर युवाओं को सेना में जाने के लिए तैयार किया जाता है।

हमें गर्व होता है कि कर्नल अजय कोठियाल जैसे समाज सेवक उत्तराखंड की धरती से है।

One Response
  1. Rahul November 19, 2019 / Reply

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